भगवान गणेश जी की आरती (Ganesh Ji Ki Aarti) को सभी भगवानों की आरती में प्रथम स्थान प्राप्त है अर्थात किसी भी पूजा के अंत में सबसे पहले भगवान गणेश जी की आरती ही की जाती है। गणेश उत्सव मे सर्वमान्य श्री गणेश आरती का अपना अलग ही महत्व है।
Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
एकदन्त दयावन्त चार भुजा धारी।
माथे सिन्दूर सोहे मूसे की सवारी॥
पान चढ़ें फूल चढ़ें और चढ़ें मेवा।
लडुवन का भोग लगे सन्त करें सेवा॥
अन्धन को आँख देत कोढ़िन को काया।
बाँझन को पुत्र देत निर्धन को माया॥
दीनन की लाज राखो शम्भु-सुत वारी।
कामना को पूरा करो जग बलिहारी॥
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
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