मधुराष्टकम् : अधरं मधुरं वदनं मधुरं… हिंदी अर्थ सहित | Madhurashtakam Lyrics in Hindi
मधुराष्टकम् ( Madhurashtakam) संस्कृत में लिखा गया एक अष्टक है, जिसकी रचना संत श्रीवल्लभाचार्य जी (१४७९-१५३१) ने की है । श्री वल्लभाचार्य एक तेलुगु ब्राह्मण थे। जिन्होंने पुष्टिमार्ग का प्रचार किया, जो शुद्धाद्वैत दर्शन पर आधारित है और कृष्ण की भक्ति और सेवा पर जोर देता है। Madhurashtakam Lyrics in Hindi (अर्थ सहित) अधरं मधुरं … Read More
 
						

